Indian Oil Q1 Result : देश की सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनिंग और मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं। Indian Oil Q1 Result के अनुसार, कंपनी ने अप्रैल-जून 2025 में बेहतरीन मुनाफा दर्ज किया है, जो सालाना आधार पर 83% बढ़ा है। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) तुलना में मुनाफे में हल्की गिरावट देखने को मिली है।
Indian Oil Q1 Results
इस तिमाही में IOCL का शुद्ध मुनाफा ₹6,808.12 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में ₹3,722.63 करोड़ था। यानी, सालाना आधार पर 83% की छलांग। यह वृद्धि कच्चे तेल की लागत पर बेहतर नियंत्रण और रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार की वजह से संभव हुई।
हालांकि, मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी का मुनाफा ₹8,367.63 करोड़ था, जिससे तुलना करें तो Q1 FY26 में हल्की गिरावट दर्ज हुई है।
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Indian Oil Revenue Report
अप्रैल-जून 2025 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 0.9% बढ़कर ₹2,21,849.02 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹2,19,864.34 करोड़ था। यह वृद्धि भले ही कम हो, लेकिन EBITDA और नेट प्रॉफिट में मजबूत ग्रोथ ने कुल मिलाकर नतीजों को दमदार बना दिया।
Indian Oil Q1 Cost Details
इस तिमाही में IOCL का कुल खर्च घटकर ₹2,14,830.24 करोड़ रह गया, जबकि पिछले साल यह ₹2,16,125.54 करोड़ था।
खर्चों का प्रमुख विवरण:
- कच्चे तेल और अन्य लागत: ₹1,09,450.8 करोड़
- स्टॉक-इन-ट्रेड की खरीद: ₹47,904.81 करोड़
- एक्साइज ड्यूटी: ₹29,508.37 करोड़
- अन्य खर्च: ₹13,031.67 करोड़
खर्चों में इस गिरावट का सीधा फायदा कंपनी की लाभप्रदता को हुआ।
Indian Oil EBITDA
EBITDA (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमॉर्टाइजेशन से पहले की कमाई) इस तिमाही में ₹13,850.66 करोड़ रही, जो पिछले साल की समान तिमाही के ₹10,452.51 करोड़ की तुलना में 32.5% अधिक है। यह स्पष्ट करता है कि कंपनी की ऑपरेटिंग एफिशिएंसी में सुधार हुआ है।
Indian Oil Margin Report
इस तिमाही में IOCL का ऑपरेशनल मार्जिन 4.61% रहा, जो पिछले साल 2.91% था। हालांकि, मार्च 2025 की तिमाही के 4.96% से इसमें थोड़ी गिरावट आई है।
Indian Oil Share Price History
नतीजों के बावजूद, शेयर बाजार ने कंपनी को तुरंत सपोर्ट नहीं दिया।
- BSE पर बंद भाव: ₹140.15 (1.58% गिरावट)
- पिछले छह महीनों में शेयर में 19.65% की बढ़त
- सालाना आधार पर करीब 14% की गिरावट
इससे पता चलता है कि हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों को अब भी नुकसान की भरपाई करनी है।
Indian Oil Benifits Reson
- कच्चे तेल की लागत पर बेहतर नियंत्रण
- रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार
- खर्चों में कटौती
- परिचालन दक्षता में वृद्धि
इन सभी कारकों ने मिलकर EBITDA और नेट प्रॉफिट को मजबूती दी है।
Indian Oil Q1 FY26
मापदंड | Q1 FY26 | Q1 FY25 | बदलाव |
---|---|---|---|
नेट प्रॉफिट | ₹6,808.12 करोड़ | ₹3,722.63 करोड़ | 83% ↑ |
ऑपरेशनल रेवेन्यू | ₹2,21,849.02 करोड़ | ₹2,19,864.34 करोड़ | 0.9% ↑ |
EBITDA | ₹13,850.66 करोड़ | ₹10,452.51 करोड़ | 32.5% ↑ |
ऑपरेटिंग मार्जिन | 4.61% | 2.91% | ↑ |
निष्कर्ष
Indian Oil Q1 Result से यह साफ है कि कंपनी ने खर्चों पर कड़ा नियंत्रण रखते हुए और रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार कर अपनी लाभप्रदता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। EBITDA और नेट प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल इस बात का सबूत है कि IOCL अपनी परिचालन रणनीतियों में सही दिशा में आगे बढ़ रही है। हालांकि, रेवेन्यू ग्रोथ मामूली रही और शेयर की कीमत में हल्की गिरावट देखने को मिली, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए कंपनी की मौजूदा स्थिति मजबूत संकेत देती है।
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